10 Feb 2015

#91 Addiqtd Book Of Poetry

 Addiqtd Book Of Poetry

It brings me immense pleasure to inform you all that my poems have got published in Addiqtd Book of Poetry- A small compilation of modern poetry. Many thanks to the team of Addiqtd for selecting my poems and providing me a recognition.

Please follow the link to avail it…

 Swati Sarangi
10.02.2015



6 Feb 2015

#90 Sapne

सपने


आखों में लिए सपने,
कदम बढ़ाए अपने
न जाने मंज़िल कहाँ,
उसे ढूंढू यहाँ वहाँ |

क्या कभी साकार होते हैं सपने??
क्यों नही खुलेंगे द्वार अपने??
मन में उठे हर तरह के प्रश्न
भर देते हैं  नए उमंग |

सपने करते देते हैं वैचैन,
सोचते ही बीत जाता है रैन
तितली की तरह उड़ जाते,
अलग सा एहसास जगाते |

सपनो के नहीं है कोई प्रकार,
अद्भूत, अनोखे, किन्तू निराकार
उन्हे मैं समेत्टी, कभी हूँ बिखराती,
कभी उन संग झूम उठती |

सपनो की न कोई है सीमा,
ये मेरे कल के, आईना
मुझे है खुद पर विश्वास ,
पूरा करूँ सबकी आस |

सपनो से नहीं है कोई वंचित,
परिश्रम से होते सारे रास्ते ठीक
सपने दिखाते हैं भविष्य उज्वल,
उठो, बढ़ो और हो जाओ सफल |

P.S- My first hindi poem in this blog, hope u all like it..:)

5.2.2015

Sweta Sarangi